सच मे हम है,
एक महान भारतीय है |
नियम और कानून को ,
तोड़ना हमे अति प्रिय है ||
हम सभी यह मानते है,
की कचरा इधर-उधर नही फेकना चाहिये |
लेकिन धीरे-धीरे यह हमारी,
मजबूरी बनती जा रही है ||
वैसे हम भारतवासी सड़क और अन्य,
जगहो पर कचरा फेककर अपना फर्ज निभाते है |
अरे हमारी वजह से ही तो,
सफाई कर्मी अपना घर चलाते है ||
हम हर सार्वजनिक स्थानो पर,
अपनी आदत से बाज नही आते है |
और अपनी सांस्कृतिक विरासत को,
गन्दे करते हुये पाये जाते है ||
और पकड़े जाने पर हम,
अपने अपनी उदारता का परिचय देते है |
उससे रसीद ना बनवाकर,
उसे अपने पैसे से चाय पिलाते है ||
और अगर नही पकड़े गये तो भी,
किसी दूसरे को अपना फर्ज निभाने का मौका दे जाते है |
इसी तरह हम पुरी दुनिया मे,
अपनी एक अलग पहचान बनाते है ||
कभी हम खुद तो कभी,
हमारे खद्दरधारी नेता ||
भारत को विश्व गुरु,
बनाने का झूठा सपना दिखाते है ||
अब बस मुझ पर एक एहसान करो,
की इस देश पर एहसान करना बंद करो |
पहले खुदको और,
फिर इस देश को सफ करो ||
हम भारतवासी आज से किसी,
पर भी इस तरह का एहसान नही करेंगे |
हम अपने गांव, समाज और
देश को खुद साफ करेंगे ||
एक महान भारतीय है |
नियम और कानून को ,
तोड़ना हमे अति प्रिय है ||
हम सभी यह मानते है,
की कचरा इधर-उधर नही फेकना चाहिये |
लेकिन धीरे-धीरे यह हमारी,
मजबूरी बनती जा रही है ||
वैसे हम भारतवासी सड़क और अन्य,
जगहो पर कचरा फेककर अपना फर्ज निभाते है |
अरे हमारी वजह से ही तो,
सफाई कर्मी अपना घर चलाते है ||
हम हर सार्वजनिक स्थानो पर,
अपनी आदत से बाज नही आते है |
और अपनी सांस्कृतिक विरासत को,
गन्दे करते हुये पाये जाते है ||
और पकड़े जाने पर हम,
अपने अपनी उदारता का परिचय देते है |
उससे रसीद ना बनवाकर,
उसे अपने पैसे से चाय पिलाते है ||
और अगर नही पकड़े गये तो भी,
किसी दूसरे को अपना फर्ज निभाने का मौका दे जाते है |
इसी तरह हम पुरी दुनिया मे,
अपनी एक अलग पहचान बनाते है ||
कभी हम खुद तो कभी,
हमारे खद्दरधारी नेता ||
भारत को विश्व गुरु,
बनाने का झूठा सपना दिखाते है ||
अब बस मुझ पर एक एहसान करो,
की इस देश पर एहसान करना बंद करो |
पहले खुदको और,
फिर इस देश को सफ करो ||
हम भारतवासी आज से किसी,
पर भी इस तरह का एहसान नही करेंगे |
हम अपने गांव, समाज और
देश को खुद साफ करेंगे ||